हिन्द-युग्म पर नन्हा सा पल :
मेरे एक पल ने
आज फिर मुझसे कहा है
मैं तुम्हासरे संग
अपना वह
नन्हा सा पल बाँट लूँ
जो अब तक
बस मेरा होकर रहा है ।
वह पल
जिसमें सिर्फ मैं हूँ,
वह नन्हें कण सा
नन्हा पल .... [ पूरा पढ़ें ]
27.10.07
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खूबसूरत रचना
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